पटना ,(संवाददाता ): बिहार निषाद संघ के तत्वावधान में पुनाईचक अवस्थित बिहार निषाद संघ के प्रदेश कार्यालय में भगवान श्रीराम के सखा ऋंगवेरपुर के महाराजा गुह्यराज निषाद की जयंती मनाई गई। सभी ने उनके चित्र पर माल्यार्पण कर नमन किया।कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए संघ के प्रदेश अध्यक्ष ई हरेन्द्र प्रसाद निषाद ने कहा कि गुह्यराज निषाद ने ही वनवास काल में राम,सीता और लक्ष्मण को अपने सेवक केवट से गंगा पार करवाया था। समाज में फैल रहे जातीय विद्वेष को राम केवट संवाद के अनुसरण से रोका जा सकता है।
कार्यकारी प्रधान महासचिव धीरेन्द्र निषाद ने कहा कि 14 वर्षों के वनवास से लौटने के बाद अयोध्या में प्रभु श्रीराम के राज तिलक के समय इन्होंने गुह्यराज निषाद को आमंत्रित किया था ।इससे स्पष्ट होता है कि निषादों का प्राचीन इतिहास कितना गौरवशाली था। बिहार के सभी निषाद को घर-घर में प्रत्येक चैत शुक्ल पंचमी को निषाद समाज के अराध्यदेव महाराजा गुह्यराज निषाद की जयंती मनाने की जरूरत है।प्रदेश उपाध्यक्ष मीना कुमारी एवं कृष्णा देवी ने चैत शुक्ल पंचमी को महाराजा गुह्यराज निषाद की जयंती पर सरकार से सार्वजनिक अवकाश घोषित करने की मांग की।
कार्यक्रम में दिलीप कुमार निषाद, सतीश कुमार विंन्द, झपसी चौधरी,रामजतन चौधरी, मनोज कुमार, मदन प्रसाद सिंह, धनंजय कुमार, शिवरतन निषाद, सुनील कुमार, अखिलेश कुमार, जीतेन्द्र कुमार, बैजनाथ प्रसाद, राजकिशोर सिंह, सहित कई ने भाग लिए।