वाशिंगटन : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अमेरिका की यात्रा के दौरान बृहस्पतिवार को राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ उच्च स्तरीय वार्ता करने व्हाइट हाउस पहुंचे। दोनों नेताओं के बीच इस बैठक का मकसद रक्षा, अंतरिक्ष, स्वच्छ ऊर्जा और महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकी सहित भारत अमेरिका सामरिक संबंधों को और गति प्रदान करना है। .
व्हाइट हाउस के ओवल कार्यालय में मोदी और बाइडन के बीच आमने सामने की बैठक होगी और इसके साथ ही उनके बीच शिष्टमंडल स्तर की वार्ता भी होगी।.
व्हाइट हाउस में अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘ व्हाइट हाउस में फिर आपका स्वागत है प्रधानमंत्री मोदी। मैं एक राजकीय यात्रा पर आपकी यहां मेजबानी कर सम्मानित महसूस कर रहा हूं ।’’ .
उन्होंने कहा, ‘‘ अमेरिका और भारत के बीच संबंध 21वीं सदी का सबसे महत्वपूर्ण परिभाषित करने वाले संबंध हैं। आज जो हम निर्णय लेंगे, आने वाली पीढ़ी के भविष्य को निर्धारित करेंगे।’’.
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ द्विपक्षीय बैठक से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विश्वास व्यक्त किया कि उनकी चर्चा से भारत और अमेरिका के संबंधों को और मजबूती मिलेगी।.
इससे पहले, अमेरिका राष्ट्रपति जो बाइडन ने मोदी एवं अमेरिका की प्रथम महिला जिल बाइडन के साथ चित्र साझा करते हुए ट्वीट किया, ‘‘ व्हाइट हाउस में आपका स्वगत है श्रीमान प्रधानमंत्री।’’.
इसे रिट्वीट करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘‘ आज अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ बातचीत करने को आशान्वित हूं।’’.
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘ मुझे विश्वास है कि हमारी चर्चा से भारत-अमेरिकी संबंध और मजबूत होंगे।’’.
दोनों नेताओं के बीच 24 घंटे के भीतर दूसरी बार बातचीत होगी। .
इससे पहले दिन में जिल बाइडन ने नेशनल साइंस फाउंडेशन (एनएसएफ) में प्रधानमंत्री मोदी की मेजबानी की थी, जहां उन्होंने शिक्षा तथा कार्यबल को लेकर भारत तथा अमेरिका की साझा प्राथमिकताओं को रेखांकित करने वाले एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया।.
बाइडन दंपति व्हाइट हाउस के साउथ लॉन में बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री मोदी के लिए राजकीय रात्रिभोज की मेजबानी करेंगे, जिसमें 400 मेहमानों के शामिल होने की उम्मीद है। प्रधानमंत्री मोदी 22 जून को कांग्रेस के संयुक्त सत्र को भी संबोधित करेंगे।.
व्हाइट हाउस ने बुधवार को एक बयान में कहा, ‘‘यह यात्रा अमेरिका और भारत के बीच घनिष्ठ और करीबी साझेदारी तथा परिवार एवं मित्रता के गर्मजोशी भरे संबंधों को और मजबूत करेगी जो अमेरिकियों तथा भारतीयों को एक साथ जोड़ता है।’’.
बयान में कहा गया, ‘‘यह यात्रा मुक्त, खुले, समृद्ध और सुरक्षित हिंद-प्रशांत के लिए हमारे दोनों देशों की साझा प्रतिबद्धता को मजबूत करेगी और रक्षा, स्वच्छ ऊर्जा एवं अंतरिक्ष सहित प्रौद्योगिकी साझेदारी को बढ़ाने के साझा संकल्प को मजबूत करेगी|