पटना , (संवाददाता) : पटना के ताज सिटी सेंटर में आयोजित प्रेस संबोधन में केंद्रीय वस्त्र मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि बिहार में कृषि के बाद सबसे अधिक संभावनाएं टेक्सटाइल क्षेत्र में हैं। राज्य में टेक्सटाइल उद्योग को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार ने बिहार सरकार की कई मांगों और प्रस्तावों पर अपनी स्वीकृति प्रदान की है। वस्त्र उद्योग को बढ़ावा देने के लिए बिहार ने कई प्रोत्साहन नीतियां बनाई हैं और वस्त्र उद्योगों के लिए आवश्यक आधारभूत संरचना का विकास किया है। उन्होंने बिहार की उद्योग नीतियों को निवेशकों के लिए अत्यंत अनुकूल बताया और आवश्यक सुविधाओं, जैसे बिजली, जमीन और कुशल मानव संसाधन की व्यवस्था की जानकारी दी। मंत्री ने मुजफ्फरपुर को एक प्रमुख कपड़ा केंद्र में बदलने की योजनाओं पर भी चर्चा की। इसके अलावा, उन्होंने भागलपुरी रेशम उद्योग को बढ़ावा देने के लिए अपने मंत्रालय की प्रतिबद्धता व्यक्त की और इस क्षेत्र को समर्थन देने के लिए बिहार में एक क्षेत्रीय कार्यालय स्थापित करने की योजना बनाई। भारत सरकार के वस्त्र मंत्रालय की सचिव, श्रीमती रचना शाह ने कहा कि भारत वस्त्र और परिधान का शीर्ष वैश्विक उत्पादक है, लेकिन बिहार इस क्षेत्र में अग्रणी बनने के लिए आदर्श स्थिति में है क्योंकि यहां कुशल कार्यबल, प्रचुर मात्रा में कच्चा माल और सहायक औद्योगिक नीतियां उपलब्ध हैं।वहीं उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने इस बात पर जोर दिया कि बिहार निवेशकों के लिए व्यापक निवेश के अवसर प्रदान करता है, और बिहार सरकार एवं भारत सरकार दोनों निवेशकों का पूरा समर्थन करने के लिए तैयार हैं। इस आयोजन के संबंध में बिहार सरकार के उद्योग एवं पर्यटन मंत्री नीतीश मिश्रा ने बताया कि इस टेक्सटाइल इन्वेस्टर्स मीट का उद्देश्य राज्य के वस्त्र क्षेत्र में विशाल संभावनाओं को दिखाना, निवेश आकर्षित करना और रोजगार के अवसर पैदा करना है। इस आयोजन में उद्योग में नवीनतम रुझानों, टेक्नोलॉजी और नवाचारों पर चर्चा की गई, साथ ही राज्य में उन्नत टेक्सटाइल तकनीक के लिए सरकार की पहलों पर भी प्रकाश डाला गया। इस समिट में टेक्सटाइल उद्योग के महत्वपूर्ण भागीदारों की भागीदारी रही, जिसमें भारत और विदेश से 100 से अधिक टेक्सटाइल औद्योगिक केंद्रों की उपस्थिति रही। इस आयोजन में प्रमुख कम्पनियाँ जैसे कि जे.डी. गिरी (शाही एक्सपोर्ट्स), अंकुर त्रिवेदी (अरविंद मिल्स), पल्लब बनर्जी (पर्ल ग्लोबल), सुधीर ढींगरा (ओरिएंट क्राफ्ट लिमिटेड), अजय सरदाना (रिलायंस) और अन्य प्रमुख व्यक्ति शामिल थे। एपरल एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल के अध्यक्ष सुधीर सेखरी ने बिहार की निर्माण और निर्यात की महत्वपूर्ण संभावनाओं पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यद्यपि भारत के कुल निर्यात में राज्य की हिस्सेदारी कम है, लेकिन बिहार की नई नीति का उद्देश्य वस्त्र क्षेत्र के लिए विभिन्न समर्थन प्रदान करके इसे बढ़ाना है। इसमें रोजगार सृजन सब्सिडी, बिजली सब्सिडी और निर्यात संवर्धन प्रोत्साहन शामिल हैं, जो वस्त्र निर्यातकों को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने में मदद करेंगे।
बिहार में कृषि के बाद टेक्सटाइल क्षेत्र में है असीम संभावनाएं : गिरिराज सिंह
7/20/2024 09:53:00 am
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पटना , (संवाददाता) : पटना के ताज सिटी सेंटर में आयोजित प्रेस संबोधन में केंद्रीय वस्त्र मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि बिहार में कृषि के बाद सबसे अधिक संभावनाएं टेक्सटाइल क्षेत्र में हैं। राज्य में टेक्सटाइल उद्योग को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार ने बिहार सरकार की कई मांगों और प्रस्तावों पर अपनी स्वीकृति प्रदान की है। वस्त्र उद्योग को बढ़ावा देने के लिए बिहार ने कई प्रोत्साहन नीतियां बनाई हैं और वस्त्र उद्योगों के लिए आवश्यक आधारभूत संरचना का विकास किया है। उन्होंने बिहार की उद्योग नीतियों को निवेशकों के लिए अत्यंत अनुकूल बताया और आवश्यक सुविधाओं, जैसे बिजली, जमीन और कुशल मानव संसाधन की व्यवस्था की जानकारी दी। मंत्री ने मुजफ्फरपुर को एक प्रमुख कपड़ा केंद्र में बदलने की योजनाओं पर भी चर्चा की। इसके अलावा, उन्होंने भागलपुरी रेशम उद्योग को बढ़ावा देने के लिए अपने मंत्रालय की प्रतिबद्धता व्यक्त की और इस क्षेत्र को समर्थन देने के लिए बिहार में एक क्षेत्रीय कार्यालय स्थापित करने की योजना बनाई। भारत सरकार के वस्त्र मंत्रालय की सचिव, श्रीमती रचना शाह ने कहा कि भारत वस्त्र और परिधान का शीर्ष वैश्विक उत्पादक है, लेकिन बिहार इस क्षेत्र में अग्रणी बनने के लिए आदर्श स्थिति में है क्योंकि यहां कुशल कार्यबल, प्रचुर मात्रा में कच्चा माल और सहायक औद्योगिक नीतियां उपलब्ध हैं।वहीं उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने इस बात पर जोर दिया कि बिहार निवेशकों के लिए व्यापक निवेश के अवसर प्रदान करता है, और बिहार सरकार एवं भारत सरकार दोनों निवेशकों का पूरा समर्थन करने के लिए तैयार हैं। इस आयोजन के संबंध में बिहार सरकार के उद्योग एवं पर्यटन मंत्री नीतीश मिश्रा ने बताया कि इस टेक्सटाइल इन्वेस्टर्स मीट का उद्देश्य राज्य के वस्त्र क्षेत्र में विशाल संभावनाओं को दिखाना, निवेश आकर्षित करना और रोजगार के अवसर पैदा करना है। इस आयोजन में उद्योग में नवीनतम रुझानों, टेक्नोलॉजी और नवाचारों पर चर्चा की गई, साथ ही राज्य में उन्नत टेक्सटाइल तकनीक के लिए सरकार की पहलों पर भी प्रकाश डाला गया। इस समिट में टेक्सटाइल उद्योग के महत्वपूर्ण भागीदारों की भागीदारी रही, जिसमें भारत और विदेश से 100 से अधिक टेक्सटाइल औद्योगिक केंद्रों की उपस्थिति रही। इस आयोजन में प्रमुख कम्पनियाँ जैसे कि जे.डी. गिरी (शाही एक्सपोर्ट्स), अंकुर त्रिवेदी (अरविंद मिल्स), पल्लब बनर्जी (पर्ल ग्लोबल), सुधीर ढींगरा (ओरिएंट क्राफ्ट लिमिटेड), अजय सरदाना (रिलायंस) और अन्य प्रमुख व्यक्ति शामिल थे। एपरल एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल के अध्यक्ष सुधीर सेखरी ने बिहार की निर्माण और निर्यात की महत्वपूर्ण संभावनाओं पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यद्यपि भारत के कुल निर्यात में राज्य की हिस्सेदारी कम है, लेकिन बिहार की नई नीति का उद्देश्य वस्त्र क्षेत्र के लिए विभिन्न समर्थन प्रदान करके इसे बढ़ाना है। इसमें रोजगार सृजन सब्सिडी, बिजली सब्सिडी और निर्यात संवर्धन प्रोत्साहन शामिल हैं, जो वस्त्र निर्यातकों को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने में मदद करेंगे।