पटना , (संवाददाता) :भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं प्रदेश के पूर्व मंत्री नंदकिशोर यादव ने कहा कि 17वीं लोकसभा ऐतिहासिक रही। 17वीं लोकसभा उपलब्धियों के लिए हमेशा याद की जायेगी।श्री यादव ने रविवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि 17वीं लोकसभा का 15वां सत्र शनिवार को समाप्त हो गया। इसके साथ ही 17वीं लोकसभा भी समाप्त हो गई। यह लोकसभा कई मायनों में ऐतिहासिक रही। इस दौरान कश्मीर से धारा 370 हटाने, नारी शक्ति वंदन (महिला आरक्षण) अधिनियम पारित करने भारतीय न्याय संहिता जैसे कानूनों के साथ कुल 222 कानून बनाये गए। इसके साथ ही नये संसद भवन का उद्घाटन भी हुआ। श्री यादव ने कहा कि 17वीं लोकसभा में कामकाज की उत्पादकता 97 प्रतिशत रही। यह दर्शाता है कि पीएम मोदी के नेतृत्व में एनडीए सरकार जनहित के लिए कितना संकल्पित है। यह मोदी सरकार की मजबूत इच्छाशक्ति को इंगित करता है। श्री यादव ने कहा कि पूरे देश ने 17वीं लोकसभा के सभी सत्रों में देखा की मोदी सरकार राष्ट्रहित और लोकहित के प्रति कितनी गंभीर है, साथ ही विपक्ष की चालबाजियों को भी देखा। विपक्ष ने हमेशा सरकार के कार्यों में बाधा डाला। फिर भी लोकसभा अध्यक्ष की सूझबूझ के कारण सदन की उत्पादकता बेहतर रही।
उपलब्धियों भरी रही 17वीं लोकसभा : नंदकिशोर
2/11/2024 09:15:00 pm
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पटना , (संवाददाता) :भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं प्रदेश के पूर्व मंत्री नंदकिशोर यादव ने कहा कि 17वीं लोकसभा ऐतिहासिक रही। 17वीं लोकसभा उपलब्धियों के लिए हमेशा याद की जायेगी।श्री यादव ने रविवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि 17वीं लोकसभा का 15वां सत्र शनिवार को समाप्त हो गया। इसके साथ ही 17वीं लोकसभा भी समाप्त हो गई। यह लोकसभा कई मायनों में ऐतिहासिक रही। इस दौरान कश्मीर से धारा 370 हटाने, नारी शक्ति वंदन (महिला आरक्षण) अधिनियम पारित करने भारतीय न्याय संहिता जैसे कानूनों के साथ कुल 222 कानून बनाये गए। इसके साथ ही नये संसद भवन का उद्घाटन भी हुआ। श्री यादव ने कहा कि 17वीं लोकसभा में कामकाज की उत्पादकता 97 प्रतिशत रही। यह दर्शाता है कि पीएम मोदी के नेतृत्व में एनडीए सरकार जनहित के लिए कितना संकल्पित है। यह मोदी सरकार की मजबूत इच्छाशक्ति को इंगित करता है। श्री यादव ने कहा कि पूरे देश ने 17वीं लोकसभा के सभी सत्रों में देखा की मोदी सरकार राष्ट्रहित और लोकहित के प्रति कितनी गंभीर है, साथ ही विपक्ष की चालबाजियों को भी देखा। विपक्ष ने हमेशा सरकार के कार्यों में बाधा डाला। फिर भी लोकसभा अध्यक्ष की सूझबूझ के कारण सदन की उत्पादकता बेहतर रही।